बड़ी मुश्किल से दिया प्रभार, अटैचमेंट का किया कमाल, ग्रामीणों ने किया विरोध तो बीएलओ को कर दिया अटैच

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चन्द्रकान्त पारगीर
16 November 2022 18:05 PM IST
Updated: 16 November 2022 18:09 PM IST
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कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के पूर्व विकासखंड प्रभारी शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने अल्प समय के कार्यकाल मे नियमो का ताक पर रखकर कई शिक्षकों को ना सिर्फ अटैच किया, बल्कि जिनका स्थानांतरण अभी नहीं हो सकता जो परिविक्षा अवधि में है उनको भी अटैच कर दिया, पहुंचविहीन क्षेत्रों के शिक्षकों को मैदानी क्षेत्र में अटैचमेंट में जमकर भ्रष्टाचार हुआ, जब स्कूल शिक्षक विहीन हो गए तो ग्रामीणों ने शिकायत की, जिस पर दूसरे स्कूल के बीएलओ को शिक्षक विहीन स्कूल में अटैच कर दिया, जबकि बीएलओ को हटाने का नियम ही नही है, बीईओ साहब की पहुंच ऐसी कि प्रभार की मिली कुर्सी छोडने को तैयार नहीं थे, एक नियमित बीईओ को चार्ज नही दिया, दूसरे को एक माह का इंतजार करवाया, बाद मे कलेक्टर ने प्रभारी को एकतरफा रिलीव कर स्कूल भेजा तब जाकर चार्ज मिल पाया।
अटैचमेंट का खेला
संलग्नीकरण को राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबंधित कर रखा है। वहीं आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के दूरस्थ पहुंचविहीन स्कूलों में तैनात शिक्षकों को मैदानी क्षेत्र में लाने प्रभारी बीईओ ने जमकर अनियमितताएं बरती। प्रतिबंध के बावजूद पूर्व बीईओं द्वारा लेनदेन कर शिक्षकों का अटैचमेंट उनकी सुविधा अनुसार करते रहे। सोनहत विकासखंड के दूरस्थ वनांचल ग्राम पंचायत आनंदपुर अंतर्गत जंगलों के घिरे गॉव धनपुर के ग्रामीणों ने कलेक्टर कोरिया के पास लिखित आवेदन देकर शिकायत की गयी कि उनके गांव के स्कूल के दो शिक्षकों का पूर्व बीईओं रामजूठन साहू के द्वारा लेन देन कर स्थानांतरण कर दिया गया जिस पर ग्रामीणों ने शिक्षकों की पदस्थापना करने एवं बीईओं पर कार्यवाही करन की मांग के साथ यह भी मांग की गयी थी कि यदि उनके गांव के स्कूल कें शिक्षक नहीं भेजा जाता है तो स्कूल में तालांबंदी कर कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने की मजबूरी हो जायेगी। लिखित शिकायत में कई ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर शीध्र ही अपने गांव के विद्यालय में शिक्षक की पदस्थापना करने की मांग की। इस तरह का कारनामा पूर्व बीइओं रामजूठन साहू द्वारा विकासखंड के कई विद्यालयों में शिक्षकों को उनकी सुविधानुसार जगहो पर अटैच करने का खेल खेला गया। इसके पश्चात कुछ दिनो पूर्व राज्य सरकार द्वारा प्रशासनिक आधार पर जब पूर्व बीईओं व्याख्याता एलबी रामजूठन साहू को वापस विद्यालय में भेजने का आदेश दिया तो जल्द ही वे नये बीईओं को प्रभार ही नहीं दे रहे थे करीब एक महीने भर प्रभार नही दिये जिस पर कलेक्टर कोरिया ने बीईओ रहे रामजूठन साहू को एकतरफा रिलीव किया जिसके बाद नये बीईओं ने पदभार ग्रहण किये और उन्हे संपूर्ण प्रभार मिल गया।
शिक्षकविहीन हो गए थे स्कूल
सोनहत विकासखंड के पूर्व बीईओ रामजूठन साहू अपने कुछ माह के कार्यकाल में अपनी कृपा शिक्षकों पर बरसाते रहे। उन्होने प्राथमिक शाला धनपुर के शिक्षक को माध्यमिक शाला रामगढ़ में अटैच किया, हाई स्कूल सिंघोर के एक शिक्षक को हाई स्कूल बंशीपुर, माध्यमिक शाला सिंघोर के शिक्षक को माध्यमिक शाला बोढार, माध्यमिक शाला रामगढ़ के शिक्षक को माध्यमिक शाला रजौली, माध्यमिक शाला के मझगवां खुर्द के शिक्षक को माध्यमिक शाला कैलाशपुर, प्राथमिक शाला गरनई के शिक्षक जो बीएलओ है उन्हें माध्यमिक शाला धनपुर में अटैेच कर दिया। जानकारी के अनुसार आदिवासी बाहुल्य सोनहत जनपद पंचायत के वनांचल ग्राम धनपुर के स्कूल में जहां दो ही शिक्षक पदस्थ थे जिनका वहां से शासन स्तर पर स्थानांतरण हो गया, बीईओ ने दोनों ही शिक्षकों को रिलीव कर दिया। स्कूल शिक्षक विहीन हो गया था। पूर्व बीईओं के इस कृत्य को लेकर ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया था।
बीएलओं को किया अटैच
वनांचल ग्राम धनपुर के स्कूल में पदस्थ दो के दोनों शिक्षकों का पूर्व बीईओं द्वारा दूसरे जगह के विद्यालय में अटैच कर दिये जाने के बाद जब ग्रामीणों के द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण का विरोध किया गया तब पूर्व बीईओं के द्वारा दूसरे जगह के एक बीएलओं को धनपुर में अटैच कर दिया गया। जबकि बीएलओं को दूसरे जगह के विद्यालय में अटैच नही किया जा सकता। ऐसे में अब चुनाव आयोग का कार्य शुरू हो गया है, बीएलओं चुनाव का कार्य करते है ऐसे में उनका कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
पहुंचविहीन मझगवां खुर्द के शिक्षक को मैदानी क्षेत्र
सोनहत के पूर्व बीईओं रामजूठन साहू के द्वारा अपने बीईओ के प्रभार के द्वारा जमकर अटैचमेंट कर अपनी कृपा की। जानकारी के अनुसार पूरेे विकासखंड में शिक्षकों का अटैचमेंट सुविधाजनक जगहों पर करते रहे जबकि इसके लिए कोई उचित काराण नही था। जानकारी के अनुसार पूर्व बीईओं द्वारा विकासखंड के मझगवॉ खुर्द जो कि आदिवासी बाहुल्य ग्राम है यहॉ के शिक्षक को सुविधानक जगह ग्राम कैलाशपुर में अटैच कर दिया।वही रजौली से दो शिक्षकों को अटैच कर दिया गया।
जहां जरूरत वहां शिक्षक ही नही
सोनहत विकासखंड मे कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है वहॉ पूर्व बीईओं द्वारा शिक्षकांे की व्यवस्था करने पर ध्यान न देकर सुविधाजनक जगहों पर ही शिक्षकों केा अटैच करते रहे। सोनहत विकासखंड में कई विद्यालय ऐसे है जहॉ गणित विज्ञान के शिक्षक लंबे समय से नही है कला के शिक्षकों के द्वारा ही किसी तरह से अध्यापन कार्य कराया जा रहा है जिससे समझा जा सकता है कि शिक्षक कितनी गुणवत्ता के साथ शिक्षा दे पाते होगे।
विभिन्न तरह की खरीदी में भ्रष्ट्राचार
शिकायतों के अनुसार पूर्व बीईओं द्वारा अपने कार्यकाल मे कई तरह की खरीदी में भी बडे स्तर पर आर्थिक अनियमिता बरती है। अनाप शनाप बिल बनाकर बिलों का भुगतान किया गया। उनके कार्यकाल में खरीदी किये गये समानों का भौतिक सत्यापन कराया जाये तो किये गये आर्थिक अनियतिता की पोल खुल सकती है जिला प्रशासन को उनके कार्यकाल के दौरान विभिन्न खरीदी की जॉच निष्पक्षता के साथ करायी जाये तो बडा भ्रष्ट्राचार की पोल खुल सकती है। वही पूर्व बीईओं द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मॉगे गये जानकारी को भी देने से साफ मना दिया दिय जाता कि उनके द्वारा सूचना के अधिकार का जवाब नही दिया जाता।
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