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लेवी का खेल कोरिया में भी जारी था, क्या ईडी के राडार पर है कोरिया

चन्द्रकान्त पारगीर
17 October 2022 10:01 AM IST
Updated: 17 October 2022 10:05 AM IST

कोरिया। 17 अक्टूबर। कोरिया जिले में भी अवैध कोयले का कारोबार के साथ 25 रू प्रति टन के हिसाब से लेवी का खेल बीते 3 वर्षो से जारी है, इसी को लेकर ईडी रायपुर में छापेमारी कर रही है, जिससे तय है कि ईडी का रूख कोरिया भी हो सकता है। सूत्र बताते है कि इस खेल में कई बडे नाम तो शामिल है ही साथ कोरिया की लेवी सुरजपुर में जमा होती थी, तब कही जाकर उन्हें अनुमति मिल पाया करती थी। यह पूरा खेल पूर्व जिला खनिज अधिकारी और खनिज निरीक्षक के समय हुआ है।

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खनिज विभाग बेहिसाब वसूली के लिए लम्बे समय से बदनाम

जिले का खनिज विभाग बेहिसाब वसूली के लिए लम्बे समय से बदनाम है। बीते साढे तीन वर्षो में अवैध रेत का कारोबार हो या करोडो का रायल्टी घोटाला या कोयला घोटाला भ्रष्टाचार का प्रमुख केन्द्र खनिज विभाग बना रहा है, शहरी क्षेत्र में रेत की कीमत आसमान छू रही है, वहीं मप्र की सीमा से अवैध रेत का कारोबार अरबों रू हो चुका है। दूसरी ओर कोयले पर लेवी का मामला भी सुर्खियों में रहा, सूत्र बताते है कि शुरूआती दिनों में लेवी के लिए रायपुर से खिलाडी कोरिया पहुंचा करते थे, 25 रू टन के हिसाब से लेवी वसूल कर चले जाया करते थे, बाद में इसे सुरजपुर शिफ्ट कर दिया गया, यहां के कारोबारियों को सुरजपुर के एक कारेाबारी के यहां लेवी पहुंचाना पड़ता था, यह कुछ दिनों पूर्व तक जारी था, सूत्र यह भी बताते है कि इस मामले में तत्कालिन खनिज अधिकारी के साथ खनिज निरीक्षक की संलिप्तता के बिना संभव नही था, मनमाने ढंग से जमकर वसूली का खेल जारी रहा, वहीं अब देखना है कि जिस मामले पर ईडी रायपुर में छापे मारी कर रही है क्या कोरिया भी ईडी के राडार पर है।

चिरमिरी में कोयले का बड़ा कारोबार

जानकारी के अनुसार चिरमिरी शहर कोयले की खान के लिए प्रसिद्ध है यहां अंडर ग्राउण्ड एवं ओपन कास्ट कोयला निकाला जाता है और वैध कोयले की खदानों से अवैध तरीके से कोयले का पहिवहन भी जमकर होता है। इस कारोबार में बडे़ राजनीतिक पहुंच वाले लोगों का हाथ है जिस कारण चिरमिरी क्षेत्र में बडे स्तर पर अवैध रूप से कोयले का कारोबार होता है और कोयले के कारोबार में अवैध वसूली का खेल भी बडा है इस तरह प्रति माह अवैध कोयले की परिवहन से लाखों करोडों रूपये का भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

ओपनकास्ट खदानों से निकाला जा रहा है कोयला

जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पूर्व चिरमिरी क्षेत्र के बरतुंगा कॉलरी से अवैध रूप से कोयले से भरी एक ट्रक डीएव्ही स्कूल के पास फंस जाने के बाद मामले में पता चला कि फंसे ट्रक में अवैध कोयला भर कर परिवहन किया जा रहा था। इस तरह बरतुंगा सहित चिरमिरी क्षेत्र में कोयले का अवैध कारोबार बडे़ स्तर पर किया जा रहा है जिस पर नियंत्रण नहीं लग पा रहा है क्योकि कोयले के अवैध काले कारोबार में बडे पहुंच वाले लोगों का हाथ भी रंगे हुए है जिस कारण अवैध कार्यो पर किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं होती जिसकी वजह से धडल्ले के साथ प्रतिदिन ट्रक के ट्रक अवैध कोयले का परिवहन हो रहा है। लेकिन आईटी के छापे के बाद अवैध कोयला परिवहन कुछ माह से बंद पडा है।

उत्खनन से डीएव्ही स्कूल की बाउंड्री गिरी

जानकारी के अनुसार बरतुंगा डीएव्ही स्कूल के पास अवैध कोयले का परिवहन करने के कारण डीएव्ही स्कूल का चार दीवारी भी क्षतिग्रस्त हो गयी। जिसे सुधारा नहीं जा सका है। जानकारी के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व कोयले का परिवहन करने वाले व्यापारी ऑन लाईन खरीदी कर एसईसीएल के हेड क्वाटर से डिलीवरी आर्डर प्राप्त करते और इस आर्डर को एरिया आफिस तक पहुंचाया जाता और भी खदान से कोयले का परिवहन शुरू होता था। वही डिलेवरी आर्डर एरिया आफिस पहुंचनें के पूर्व ही 25 रूपये प्रति टन कोयले की अवैध रूप से वसूली की जाती इस तरह महिना में लाखों रूपये भ्रष्ट्राचार किया जाता। चिरमिरी क्षेत्र में अवैध रूप से कोयले के परिवहन केा रोकने की दिशा में ठोस कार्यवाही कभी नही हुई यही कारण है कि चिरमिरी क्षेत्र में लंबे समय से लगातार कोयले का अवैध कारोबार पर अंकुश नही लग पा रहा है।


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