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कलेक्टर नजरात शाखा मामले में दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में, एसपी ने किया मामले का खुलासा, कहा 4 आरोपी पुलिस टीम के साथ दो आरोपी की तलाश मे जुटी है पुलिस

चन्द्रकान्त पारगीर
21 April 2022 19:27 PM IST
Updated: 21 April 2022 19:31 PM IST

कोरिया जिले के कलेक्टर कार्यालय के नजरात शाखा से 1 करोड़ 29 लाख के 21 चेक के क्लोनिंग कर राशि निकाले जाने के मामले में कोरिया पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है, दो आरोपियों को ट्राजिट रिमांड पर पुलिस लेकर आई है, जबकि 4 आरोपी पुलिस की टीम के साथ है मुख्य दो आरोपियों को पुलिस तलाश कर रही है। मामले में 29 लाख रू कलेक्टर कुलदीप शर्मा की तत्पर्यता से स्टेंट बैक ने रिकवर कर लिए थे। बेहद शातिराना अंदाज में साइबर क्राइम करने वालों आरोपियों ने दिल्ली में खाता खोला, मुम्बई में चेक जमा किया और पटना में पैसा निकाला। एसपी ने कहा कि उनके सर्विस कॉल में ऐसा साइबर क्राइम का यह पहला मामला है।

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तीन टीमें की रवाना, मिली सफलता

13 अप्रैल 2022 को चेक की क्नोनिंग करके 1 करोड़ 29 लाख रू निकाले जाने को मामला सामने आया, 21 अप्रैल को कोरिया पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने प्रेस कांफं्रेस कर मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जैसे ही मामले की जानकारी हुई, सरकारी खजाने में सेंधमारी कर करोड़ो राशि निकाले जाने वाले मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए 4 टीमें गठित की गई, जिसमें बैकुंठपुर टीआई अश्विनी सिंह को मुम्बई, मनेन्द्रगढ, टीआई सचिन सिंह को दिल्ली गुडगांव, पटना टीआई सौरभ द्विवेदी को बिहार पटना के नेतृत्व में टीमें रवाना की गई। चूकि मामले कोर बैंकिंग के जरीए क्राइम का था इसलिए हमारेी साइबर क्राइम टीम ने विभिन्न मोबाइल नंबरों और लोकेशन को ट्रेस करने का काम किया।

कोर बैंकिग के जरीए चेक हुए क्लीयर

इस अपराध में शामिल आरोपियों ने 21 फर्जी चेकों को मुम्बई के विभिन्न बैक की शाखओं में कोर बैंकिग के जरीए महाराष्ट्र के उल्हासनगर निवासी अतीश गायकवाड, अक्षर पवेलियन तथा गुडगांव निवासी दिवान सिंह के खाते में 1 करोड़ से ज्यादा राशि कूचरचना कर आहरण कर लिया। जिसके बाद लोकेशन, खाता नंबर के आधार पर खाता धारक अतीश सुभाष गायकवाड, आदित्य नंदू गायकवाड और तुषार प्रकाश साल्वे को अपराध में प्रमाणित स्प से शामिल पाया गया। जिसके बाद महाराष्ट्र के ठाणे जाकर अतीश सुभाष गायकवाड, आदित्य नंदू गायकवाड को हिरासत में ले लिया गया। आरोवियों से ढाई लाख की बाइक भी जप्त की। अपराध में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद किया। हलांकि एसपी ने बताया कि कहानी अभी पूरी नहीं हुई है कहानी अभी और बाकि है।

डीडीओ पावर के हस्तांतरण का उठाया फायदा

एसपी ने बताया कि साइबर क्राइम के इस मामले में आरोपियों ने बड़े शातिराना अंदाज में करोड़ो रूपए अपने खाते मंे ट्रांसफर कर लिए, कोर बैंिकग होने के कारण अधिकारियों के हस्ताक्षर उन्होने आसानी से हैक कर ले लिए, उसमें भी उन्होने जब किसी अधिकारी का स्थानांतरण होता है, उस समय डीडीओ पावर एक्सचेंज होता है, हस्ताक्षर मे परिवर्तन किया जाता है, तो आरेापियों ने स्थानांतरित हो चुके अधिकारी के हस्ताक्षर का फायदा उठाया। जिस तरह से चेकों को क्लोन किया, फर्जी चेक जो है वो ओरिजनल चेक को मात दे रहा है।

हर लोकेशन पर पहुंची पुलिस

एसपी ने बताया कि आरोपियों की पतासाजी करने गई पुलिस आरोपियों के हर लोकेशन पर पहुंची। आरोपियों की गर्ल फें्रडस् का पता चला और पुलिस उनके घर तक पहुंच कर उनसे पूछताछ की, जिससे आरोपियों तक पहुंचने में काफी मदद मिली। इसके अलावा आरोपियों ने सोना चांदी की खरीदी की, पुलिस ने सब कुछ खंगाल लिया, पुलिस उस दुकान तक पहुंच गई और उनकी खरीदी की पूरी जानकारी पुलिस के हाथ लग गई।


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