नगर पालिका की घोर लापरवाही - एक किसान की गई जान, एक जूझ रहा मौत से, 13 दिन पूर्व पार्षद ने किया था सीएमओ से अनुरोध, पर नही की कार्यवाही

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चन्द्रकान्त पारगीर
20 April 2022 20:18 PM IST
Updated: 20 April 2022 20:23 PM IST
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कोरिया जिले का बैकुंठपुर नगर पालिका की घोर लापरवाही से 1 निर्दोष मक्का बेचने वाले किसान की जान चली गई, जबकि एक व्यक्ति अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में मौत से जूझ रहा है, वहीं मामले से बचने नगर पालिका के अधिकारी जुगत लगाने में जुटे है। इधर, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी ने पार्षद के वाट्सअप पर पेड़ को काटेे जाने के अनुरोध दिनांक से आज दिनांक तक नगर पालिका के द्वारा की गई कार्यवाही की जांच कर कार्यवाही की मांग की है। वही कांग्रेस मामले पर एकदम चुप्पी साधे बैठी है, हलांकि पेड काटने की मांग करने वाले पार्षद कांग्रेस के ही है।
गुलमोहर का पेड़़ गिर पड़ा

कोरिया जिले के बैकुंठपुर शहर के बाजारपारा स्थित उद्वान विभाग के सामने एक गुलमोहर का पेड़़ गिर पड़ा, पेड़ के नीेचे ग्राम कसरा से मक्का लेकर आए किसान बैजनाथ साहू (55) के पेट पर और उसी वक्त ग्राम चिल्का के दो लोग दुलार और विश्वास जो बाइक् पर जा रहे थे चपेट में आ गए, बाइक पूरी तरह से चकनाचूर हो गयी, जबकि उनके में एक गंभीर रूप से घायल हुआ दूसरे को भी चोट आई। तत्काल 108 संजीवनी को कॉल किया गया, 108 के पयालट विनीत यादव और ईएमटी बृजेश साहू ने तीेनों को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, मौके पर संसदीय सचिव के पीए भूपेन्द्र सिंह मौजूद रहे, सूचना पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी, जिला उपाध्यक्ष लक्ष्मण राजवाडे, शारदा गुप्ता, सत्येन्द्र राजवाडे भी घायलों का हाल जानने पहुंचें। दो घायलों की हालत गंभीर होने लगी, 3 बजे के आसपास एक को मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर कर दिया गया, वहीं शाम 5 बजे मक्का बेच रहे किसान बैजनाथ साहू की मौत हो गई, परिजनो को रो रो कर बुरा हाल हो गया। मामले में कल सुबह पोस्टमार्टम होगा।
7 अप्रैल को किया था अनुरोध

बैकुंठपुर के बाजारपारा में उद्यान विभाग के कार्यालय के सामने एक गुलमोहर का पेड़ लगा हुआ था, जो एक ओर से टेढा हो गया, जिसके कभी भी गिरने की संभावना थी, वार्ड पार्षद अंकित गुप्ता ने 7 अप्रैल 2022 को नगर पालिका के व्हाट्सअप गु्रप में पेड़ के फोटो के साथ सीएमओ मैडल संबोधित करते हुए निवेदन किया कि बाजार पारा का ये पेड़ कभी भी गिर सकता है, इसे जल्द कटवाया जाए, जिस पर सीएमओ ने ओके लिखकर आगे लिखा कि बेक करवाती हूं। बुधवार को जब हादसा हुआ तो सोशल मीडिया में व्हाट्सअप चैट तैरने लगा और नगर पालिका की लापरवाही उजागर हो गयी।
हरा पेड़ था इसलिए नहीं काटा

नगर पालिका के अधिकारी की मीडिया मे सफाई आई कि पेड़ हरा था इसलिए नहंी काटा गया, जबकि बीते अगस्त माह में कांग्रेस कार्यालय के शुभारंभ से 5 दिन पूर्व शहर के बीचोबीच स्थित बडा छायादार आम और सेमर का पेड़ नगर पालिका के कर्मचारियों की मदद से काट डाला गया, एक पेड़ और काटने की तैयारी में थे मामला मीडिया मे ंसुर्खिया बना, एक पेड़ कटने से बच गया, जानकारों की माने तो नियमानुसार राष्ट्रीय वृक्षों को छोड़कर सूखे और हल्के पेड़ों को जनहानि से बचाने का अधिकार नगर पालिका को है, इसके लिए उन्हें वन विभाग या अन्य विभाग से किसी तरह की अनुमति लेना जरूरी तक नहीं है। बावजूद मामले को घुमाने के लिए हरा वृक्ष बताया जा रहा है।
कल होगी शिकायत

किसान की मौत के बाद भाजपा जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी परिजनो से मिलने जिला अस्पताल पहुंचें, वही परिजन मामले में न्याय चाहते है, उनके पुत्र का कहना है कि उनके पिता बेहद सीेधे साधे थे, मक्का लेकर बेचने आए थे, उनके साथ जो लापरवाही हुई उसका उन्हे न्याय चाहिए। परिजन कल शिकातय करेगे। वहीं जिला उपाध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी का कहना है कि इस मामले में एक गरीब किसान की जान चले जाना दुर्भाग्यपूर्ण है, नगर पालिका की लापरवाही साफ नजर आ रही है। वहीं युवा नेता शारदा प्रसाद गुप्ता का कहना है कि मामले में सीएमओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हे तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए।
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